DESK: ज्ञान की धऱती बोगधा में कल हाई प्रोफाइल सेक्स रैक्ट का खुलासा हुआ था। पुलिस की छापेमारी में कोलकाता से लाई गई 2 लड़कियों को रिहा कराया था वहीं 15 ग्राहकों को गिरफ्तार किया था। सरगना नेटवर्क के आधार पर सेक्स रैकेट का संचालन करता था। यहां लड़कियों को घर ले जाने की छूट थी। इसके बदले में मुंहमांगी कीमत वसूली की जाती थी।
लड़कियों को घर ले जाने वाले ग्राहकों से मुंह मांगी कीमत वसूल कर ले जाने वाले का आधार कार्ड जमा कराया जाता था। बगैर आधार कार्ड जमा कराए कोई भी ग्राहक, धंधे से जुड़ी लड़की को अपने साथ नहीं ले जा सकता था। यही नहीं लड़की को ग्राहक जहां बुलवाता था वहां तक संचालक के आदमी ही पहुंचाते थे। मास्टरमाइंड का सहयोगी शिव शंकर लड़कियों को ई-रिक्शा से ले जाता था और फिर वापस भी ले आता था। आधार कार्ड जमा कराने के पीछे धंधा करने वाले के दो मकसद थे। पहला यदि लड़की के साथ किसी प्रकार की कोई घटना होती है या बात बिगड़ जाती है तो उसे आसानी से पकड़ा जा सके। दूसरा यह कि जो लड़की को ले जा रहा है वह किसी प्रकार की उसके साथ चालाकी न कर सके।
पुलिस को धंधे के मास्टरमाइंड मुकेश ठाकुर के मोबाइल से ही पूरी जानकारी मिली है। यह भी पता चला है कि किस ग्राहक के किस अकाउंट से कितने पैसे कब-कब आए इस बात की डिटेल और ऑनलाइन पेमेंट मिल जाने की पुष्टि किए जाने के सबूत भी मुकेश के वाट्सएप ग्रुप में मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि मुकेश ठाकुर साल 2018 में भी पकड़ा गया था। उस समय भी वह सेक्स स्कैंडल में ही बोधगया से पकड़ा गया था। कोलकाता के रेड अलर्ट एरिया सोनागाछी से धंधा करनेवाली को बहला-फुसलाकर बोधगया लाता था। खास बात यह है कि धंधा करनेवाली को सेट तो मुकेश करता था पर उसे गया किसी तरह से लाने का काम उसका सहयोगी शिव शंकर करता था। पुलिस के मुताबिक शिव शंकर उन लड़कियों को मोटी रकम का झांसा देकर गया लाया करता था। वह पहले ही उन लड़कियों के अकाउंट में ऑनलाइन मोटी रकम ट्रांसफर कर देता था। जिसके बाद लड़कियां उसके कहे में चल आती थीं। फिर बोधगया में गंदा काम कराता था।