Dhankuber Engineer: ''RWD के कार्यपालक अभियंता 'मंडलजी' तो निकले छुपे रूस्तम...पत्नी के नाम पर पटना में बनाई Cr की संपत्ति और सरकार से छुपा लिया, हो गया खुलासा...'' हमने आपको 22 नवंबर को यह खबर बताई थी. दरअसल, मंडल जी का यह खेल विगत दो सालों से जारी है. बताया जाता है कि वर्तमान पदस्थापन काल में भोले बनकर खूब कमाई कर रहे हैं. आज बताएँगे कि किस तरह से अर्जित संपत्ति को पिछले दो सालों से छिपा कर बैठे हैं.
दो सालों से छिपाकर बैठे थे...अब हुआ आउट
बिहार में इ्जीनियरिंग डिपार्टमेंट हो या फिर विकास से जुड़े हुए विभाग, हर जगह करप्शन सिर चढ़कर बोल रहा है. इंजीनियर दोनों हाथों से माल बटोर कर अपनी तिजोरी भर रहे. रिश्वत से कमाए गए धन को सरकारी सेवक जमीन में खपा रहे. ऐसे ही कार्यपालक अभियंता की पोल खोल रहे हैं. यह अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग से जुड़े हैं और चंपारण के एक प्रमंडल में बतौर कार्यपालक अभियंता के पद पर पदस्थापित हैं. जो कागजात हाथ लगे हैं, उसमें कार्यपालक अभियंता ने दानापुर में लगभग एक करोड़ की आवासीय जमीन की खऱीद की और सरकार से छुपा लिया. दरअसल, ग्रामीण कार्य विभाग में मंडल जी नाम वाले कार्यपालक अभियंता ने 2022 में ही राजधानी पटना के दानापुर इलाके में संपत्ति खरीदी. 2023 में भी इन्होंने सरकार के समक्ष इस संपत्ति को उजागर नहीं किया. 2024 में भी इन्होंने 2022 में जो लगभग एक करोड़ की संपत्ति खरीदी थी, उसे सरकार से छुपा लिया है. अब यह कागजात सामने आ गया है. बताया जाता है कि यह कमाई वर्तमान पदस्थापन वाली जगह की ही है. जानकार बताते हैं कि कार्यपालक अभियंता मंडलजी सीधे बनकर मोटा माल निगल रहे.
मंडल जी का खेल निराला...दानापुर में अर्जित की संपत्ति और छुपा लिया
हम बात कर रहे हैं मंडल जी की. मंडल जी देखने में बहुत भोले हैं, लेकिन धन कमाने में काफी तेज. कमाए गए धन को पटना में खपा रहे. सरकारी सेवा के दौरान कमाए धन से पत्नी के नाम पर प्रॉपर्टी की खऱीद कर सरकार से छुपा ले रहे. हालांकि कार्यपालक अभियंता मंडल जी की चालाकी पकड़ी गई है. दरअसल, मंडल जी ने पत्नी ### देवी के नाम पर 17 फरवरी 2022 को ही दानापुर में बाजार मूल्य लगभग 1 करोड़ की संपत्ति खऱीदी है. मंडल जी के प्रॉपर्टी खऱीद के जो कागजात हैं, उसमें 3.4 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है. यह आवासीय जमीन है जो दानापुर बाजार समिति के आसपास ब्रांच रोड पर अवस्थित है. सरकारी मूल्य लगभग 25.5 लाख बताई गई है. जमीन की रजिस्ट्री में अपना पता भागलपुर जिले के पीरपैंती का उल्लेख किया गया है.
संपत्ति अर्जित करना गुनाह नहीं. लेकिन सरकारी सेवक को अपने या पत्नी के नाम पर अर्जित संपत्ति की जानकारी सरकार को देनी पड़ती है. मुख्य सचिव से लेकर निचले स्तर के कर्मी हर वर्ष अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करते हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता मंडल जी ने ऐसा नहीं किया. इसका प्रमाण उन्होंने खुद दिया है. जनवरी 2024 में भगवान भोले के पर्यायवाची नाम वाले कार्यपालक अभियंता मंडल जी ने संपत्ति का जो ब्योरा दिया है, उसमें स्वयं व पत्नी के नाम पर अर्जित भागलपुर जिले की प्रोपर्टी की जानकारी दी है., लेकिन 2022 में दानापुर में जो संपत्ति बनाई है, उसे छुपा लिया है. सरकारी सेवक अगर संपत्ति छुपाते हैं, उसे अवैध की श्रेणी में माना जाता है और सरकारी की जांच एजेंसियां ऐसे सरकारी सेवकों के खिलाफ डीए केस कर कार्रवाई कर सकती है. वैसे बता दें, ग्रामीण कार्य विभाग के ये कार्यपालक अभियंता पूर्वी चंपारण जिले में तीन सालों से पदस्थापित हैं.