Bihar News: उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि जल परिवहन और नदी पर्यटन को बढावा देने के लिए पटना वाटर मेट्रो सेवा शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर प्रधानमंत्री मोदी ने पटना मेट्रो परियोजना का उपहार दिया, उसी तरह वे पटना वाटर मेट्रो का भी आशीर्वाद देंगे। पटना वाटर मेट्रो जल परिवहन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
चौधरी ने अंतर्देशीय जल परिवहन प्राधिकार ( IWAI ) की ओर से आयोजिक पटना कार्यशाला में जल परिवहन मंत्री सर्बानंद सोणेवाल से आग्रह किया कि बिहार के जिन 11 जिलों से नदियाँ गुजरती हैं , उनमें नदी परिवहन को बढावा देने के लिए दो-दो जेटी का निर्माण कराया जाए।उन्होंने ने भागलपुर में मल्टीमॉडल टर्मिनल बनाने की भी मांग की। चौधरी ने कहा कि जलपोत और क्रूज की मरम्मत के लिए पटना में मेंटेनेंस सेंटर जल्द स्थापित होना। इसके लिए राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करा चुकी है।
उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ नियंत्रण और सिंचाई सुविधा विकसित करने में प्रधानमंत्री मोदी का सहयोग लगातार मिलता रहा है। नीतीश सरकार ने बाढ नियंत्रण पर इतना काम किया है कि अब नेपाल से 6 लाख क्यूसैक पानी आने पर भी कोई भीषण बाढ नहीं आती , बल्कि मात्र 100 गाँव प्रभावित होते हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी के प्रमुख प्रवर्तक के रूप में अंतर्देशीय जल परिवहन की भूमिका को बढ़ाने में भी केंद्र सरकार का सहयोग बिहार को अधिक मिलना चाहिए ।
उन्होंने बताया कि जलमार्ग विकास परियोजना (JMVP), हल्दिया से वारणसी (16,20 km) तक गंगा नदी पर राष्ट्रीय जलमार्ग (एन डब्ल्यू-1) परियोजना के अंतर्गत कालूघाट (सारण) में इंटरमॉडल टर्मिनल, 21 सामुदायिक जेटी तथा आरा में क्विक पांटून ओपनिंग मैकेनिज्म (QPOM) की स्थापना करने के साथ पटना में जहाज मरम्मत की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना को लागू करने में तेजी लाने की जरूरत है। चौधरी ने कहा कि राज्य में नदी पर्यटन की संभावनाओं को विकसित करने के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के दो रो-पैक्स यात्री जहाज प्रदान किये गए।