PATNA: आखिरकार वरिष्ठ आईएएस अफसर पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर ही लिया गया। रांची में दो दिनों की लंबी पूछताछ के बाद आज ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों में घिरीं झारखंड की आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ जब पुख्ता सबूत मिल गया इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने आज गिरफ्तार कर लिया है।
उन्हें खूंटी के मनरेगा घोटाले मामले में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले ED ने इस मामले में उनसे दो दिन में लगभग 16 घंटे पूछताछ की। पूछताछ में वो खुद को निर्दोष बताती रहीं, लेकिन उनके खाते में सैलरी से अलग 1.43 करोड़ रुपए की धनराशि कहां से आई, इस बात का जवाब वे नहीं दे पाई।
ईडी टीम ने गिरफ्तार आइएएस पूजा सिंघल को जज के आवासीय कोर्ट में पेश किया।इससे पहले ईडी ने उनपर भ्रष्टाचार के कई गंभीर मामलों में लगातार दो दिनों तक कड़ी पूछताछ की। इधर भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की करीबी आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी की जांच हेमंत सोरेन तक पहुंचेगी। इस मामले में जल्द की और बड़े खुलासे होंगे। राज्य सरकार ने पूजा सिंघल की गिरफ्तारी की पुष्टि के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया है। कार्मिक विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, दूसरे दिन की पूछताछ में सिंघल ने मनरेगा घोटाले में पूछताछ के दौरान एक मंत्री का नाम लिया है। ED ने मंगलवार को उनकी आमदनी के स्रोतों, मनरेगा घोटाले में भूमिका और बैंक खाते में जमा नकद राशि से संबंधित सवाल पूछे थे। पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अब झारखंड में सियासी तपिश बढ़ गई है। झामुमो और भाजपा आमने-सामने है। इस बीच हेमंत सोरेन ने कहा है कि पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाले के मामले में क्लीन चिट देने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। भाजपा को निशाने पर लेते हुए हेमंत ने कहा कि बीजेपी का हाल चोर मचाए शोर जैसा है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में पूजा सिंघल को आखिर किस आधार पर छोड़ा गया? उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.