PATNA: चार राज्यों में कांग्रेस की करारी पराजय के बाद अब I.N.D.I.A Alliance के भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। घटक दल कांग्रेस की हार में अपनी जीत तलाशने में जुट गए हैं। जेडीयू ने साफ कर दिया है कि आईएनडीआईए में नीतीश का चेहरा ही सबसे विश्वसनीय है।
भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा है कि आईएनडीआईए में उपलब्ध नेताओं के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चेहरा सबसे विश्वसनीय है। जरूरत यह है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनकी भूमिका बढ़े। कांग्रेस अपने दम पर भाजपा को परास्त नहीं कर सकती है। अगर हिंदी क्षेत्र के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में आईएनडीआईए के घटक दलों के प्रभावशाली नेताओं का कांग्रेस सहयोग लिए रहती तो परिणाम कुछ और होता। अशोक चौधरी ने कहा कि कांग्रेस अपने बल पर चुनाव लड़ रही थी। आईएनडीआईए के घटक दलों से कोई बातचीत नहीं हुई। समाजवादी पार्टी ने कई सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर दिए। उससे भी सीटों के समझौते के लिए बातचीत नहीं की गई। कांग्रेस अगर भाजपा को परास्त करना चाहती है तो उसे अपना दायरा बढ़ाना होगा।
उन्होंने कहा कि बड़े भाई की भूमिका के लिए उदारता की जरूरत होती है। कांग्रेस यह उदारता दिखाए। छह दिसंबर को नई दिल्ली में हो रही आईएनडीआईए की बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों पर चर्चा होगी। नीतीश कुमार का यह फार्मूला कारगर साबित होगा, जिसमें भाजपा के एक उम्मीदवार के सामने विपक्ष का एक उम्मीदवार देने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार उसकी अंदरूनी कलह की देन है। छत्तीसगढ़ का परिणाम अविश्वसनीय है।