DESK: जमुई में हुई एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बन गया है। दहेज के कारण शादी में देरी होते देख युवक सीधे लड़की के घर पहुंच गया । होने वाला ससुराल में जाकर कहा हमे दहेज नहीं सिर्फ लड़की चाहिए। दुल्हन ही दहेज है। फिर क्या था..... रजामंदी से दोनों की शादी करवा दी. मामला सिकन्दरा इलाके के जखड़ा गांव की है.
जानकारी के मुताबिक सदर प्रखंड के नारडीह के रहने वाले 23 वर्षीय विकास ठाकुर की शादी जखड़ा की 21 वर्षीय ज्योति से तय हुई थी. विकास के पिता ने वधू पक्ष से दहेज के रूप में दो लाख रुपये की मांग रखी थी. रकम मिलने में देरी होने पर वर पक्ष ने शादी तोड़ने की धमकी दी. लड़की के मजदूर पिता कैलाश ठाकुर ने दहेज की रकम देने में असमर्थता जताते हुए दिसंबर में शादी करने का अनुरोध किया. लेकिन इस बीच शुक्रवार की रात विकास लड़की के घर पहुंच गया और शादी की जिद करने लगा. यह देख ग्रामीणों ने बगैर देर किए शनिवार को गांव के मंदिर में रीति-रिवाज के अनुसार दोनों की शादी करवा दी. घर से बगावत कर दहेज लिए बगैर शादी करने वाले विकास ने अपनी नई नवेली दुल्हन ज्योति को जिंदगी की हर परिस्थिति में साथ देने का वादा किया.
विकास ने बताया कि दहेज के कारण उसकी शादी में देरी हो रही थी. उसके पिता दहेज मिलने में देरी के कारण शादी तोड़ने की बात कह रहे थे, मगर उसने निर्णय किया वो ज्योति को ही अपनी जीवनसंगिनी बनाएगा. इसलिए अपना घर छोड़ कर वो यहां पहुंच गया और तुंरत शादी करने को कहा. विकास के घरवालों को जब उसकी शादी के बारे में पता चला तो उन्होंने उसे घर नहीं आने के लिए कहा. मुझे दहेज नहीं चाहिए, दुल्हन ही दहेज है