PATNA: बिहार के राजभवन पर सवाल खड़े करने के बाद आर्थिक अपराध इकाई हरकत में आया है और केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. राजभवन की निष्पक्षता पर सवाल उठाने पर राजद आईटी सेल के इंचार्ज पर केस दर्ज किया गया है. राजभवन से जुड़ा भ्रामक पोस्ट करने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी लालूवादी नितेश नाम से एक्स हैंडल चलाने वाले नितेश कार्तिकेन पर की गई है।
नितेश ने एक्स हैंडल पर खुद को सॉफ्टवेयर इंजीनियर और राजद के आइटी सेल का इंचार्ज बताया है। ईओयू ने मामले की तकनीकी जांच और संलिप्त अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन कर कार्रवाई शुरू कर दी है। चार सदस्यों वाली एसआइटी का नेतृत्व डीएसपी काजल जायसवाल कर रही हैं।
ईओयू के अनुसार, शनिवार को राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल चोंग्थू ने आवेदन देकर एक्स पर गलत एवं आपत्तिजनक पोस्ट का उल्लेख करते हुए शिकायत दर्ज कराई। इसमें बताया गया कि एक्स हैंडल लालूवादी नितेश के द्वारा इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर गलत एवं आपत्तिजनक पोस्ट का उल्लेख है, जिसमें असत्य, तथ्यहीन और भ्रामक शब्दों का उल्लेख केंद्र व राज्य सरकार एवं राजभवन को बदनाम करने की नियत से किया गया है। इसके बाद ईओयू ने अविलंब लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आइटी एक्सट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ईओयू ने एक्स को भी पोस्ट हटाने को कहा है...
ईओयू ने ईवीएम हैकिंग व निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में असत्य और भ्रामक पोस्ट को हटाने के लिए एक्स (ट्विटर) से भी संपर्क किया है। इसमें कहा गया है कि इस तरह के असत्य और भ्रामक पोस्ट से आम जनता के मन में स्वच्छ व निष्पक्ष लोकतांत्रिक चुनाव व ईवीएम के संबंध में भ्रम व क्षोभ उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में इस पोस्ट को तुरंत हटाए जाने (टेकडाउन) की आवश्यक कार्रवाई की जाए।