DESK: बिहार में एक नटवरलाल गुरूजी का खुलासा हुआ है। गुरूजी दसवीं फेल थे और फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी कर रहे थे। अब जाकर मामले का खउलासा हुआ है। निगरानी ने फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक की नौकरी कर रहे शख्स पर केस दर्ज करा दिया है।
कटिहार में निगरानी ब्यूरो ने फर्जी डिग्री के आधार पर बहाल हुए एक शिक्षक पर कार्रवाई की गई है। जांच के दौरान प्राणपुर थाना में DSP मिथिलेश कुमार जायसवाल की लिखित शिकायत पर प्राथमिक विद्यालय तेली टोला के शिक्षक रहे पप्पू मंडल के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। शिक्षक पप्पू मंडल पर आरोप है कि नियोजन के समय 2000 में मैट्रिक के अंक पत्र में द्वितीय श्रेणी तथा कुल अंक 337 प्राप्त दिखाया गया था। जिसका अंकपत्र 2012 के नियोजन के समय जमा कराया गया था। जबकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा सत्यापित मांगे गए प्रतिवेदन में उन्हें 285 अंक तथा श्रेणी फेल बताया गया था।'
निगरानी ब्यूरो की जांच में पाया गया कि शिक्षक के कागजात फर्जी हैं। शिक्षक ने सरकार की आंख में धूल झोंककर शिक्षक की नौकरी ली. इस जुर्म में प्राणपुर थाने में निगरानी विभाग ने FIR दर्ज कराई है। मामला दर्ज होने के बाद पप्पू मंडल स्कूल से फरार हो गए हैं।कटिहार जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि अभी इस तरह का मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया है। निगरानी विभाग का पत्र आने के बाद नियोजन इकाई को सेवा निरस्तीकरण के लिए तथा राशि वसूली के लिए लिखा जाएगा।