भ्रष्ट VC को हाजिर होने का फऱमान: SVU ने मगध विवि के कुलपति को 'पेश' होने का दिया आदेश, जांच एजेंसी करेगी पूछताछ, छापा में मिले थे 2 करोड़ कैश

SVU orders Magadha University Vice Chancellor to be present, probe agency will inquire SVU orders Magadha University Vice Chancellor to be present, probe agency will inquire
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Edited By - Admin

  • बिहार,
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  • 23 December 2021,
  •  
  • अपडेटेड 07:37 PM IST

PATNA:बिहार के एकभ्रष्ट वीसी पर और भी शिकंजा कस गया है। मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति को हाजिर होने का आदेश जांच एजेंसी ने दिया है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने मगध विवि के कुलपति को पत्र जारी कर 3 जनवरी को हाजिर होने को कहा है। SUV के SP ने कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को हर हाल में 3 जनवरी को SUV के मुख्यालय पटना में हाजिर होने और मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी को रिपोर्ट करने को लेकर पत्र जारी किया है।

स्पेशल विजिलेंस यूनिट के SP ने पत्र जारी कर कहा है कि करोड़ों रुपए के घोटाले में आरोपी कुलपति की जांच एजेंसी की आवश्यकता है। उनके बगैर आगे की जांच के साथ ही लीगल कार्रवाई परवान नहीं चढ़ रही है। SP के पत्र में यह भी कहा गया है कि आरोपी कुलपति गया में नहीं हैं। वह कहां हैं? इसकी जानकारी उन्होंने अब तक नहीं दी है। एजेंसी को इस बात की जानकारी नहीं है कि वह कहां है। ऐसे में SP ने आम लोगों से आग्रह किया है कि वह कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को इस आशय की सूचना देे.

पत्र में SUV के SP ने 2020 में यूनिवर्सिटी में हुई अवैध नियुक्तियों के मसले पर भी सवाल उठाया गया है। कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई अवैध नियुक्तियों से जुड़े लोगों को यूनिवर्सिटी कैंपस में कौन सरकारी सुविधा मुहैया करा रहा है? वह अधिकारी कौन है? SP ने ऐसे मगध यूनिवर्सिटी के अधिकारी, जिन्होंने हाउसिंग, लौजिंग, गेस्ट हाउस की सुविधा मुहैया कराई है। वह शीघ्र व खुद ही SUV मुख्यालय में रिपोर्ट करें।'

बता दें, भ्रष्टाचार के मामले में स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने पिछले महीने बड़ी कार्रवाई करते हुए मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी की थी. बोधगया में वीसी के कार्यालय, आवास और गोरखपुर में उनके निजी घर पर एक साथ छापेमारी की गई। गोरखपुर में रामगढ़ताल थाना क्षेत्र स्थित वीसी के घर से करीब 2 करोड़ कैश मिले थे। वहीं, 1 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं। सरकार के दबाव पर राजभवन में आरोपी वीसी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था।