PATNA: किसी भी व्यक्ति पर दलाली, चोरी, हत्या समेत कई गैरकानूनी कार्यों का आरोप तभी लगाए जा सकते हैं, जब उसका कोई सबूत हो. बिना किसी सबूत या बिना कोई जांच के दलाल या चोर कहना कहीं से जायज नहीं है। ये बातें पटना जिला क्रिकेट संघ तदर्थ समिति के सदस्य रहबर आबदीन ने बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर बिहार विधानसभा के अंदर विधायक डॉ संजीव कुमार द्वारा लगाए इन आरोप के जवाब में कही है।
रहबर आबदीन ने कहा कि किसी भी व्यक्ति पर कोई भी लांछन लगाने से पहले आम आदमी भी सोचता है यह तो माननीय है। ऐसा नहीं है कि डॉ संजीव कुमार ने पहली बार इस तरह के आरोप को पहली बार लगाया है। इसके पहले भी तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबतक किसी पर आरोप सिद्ध नहीं हो जाए तब तक उसे आरोपी कहना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इन सभी चीजों के लिए प्रशासन, माननीय न्यायालय है या अन्य संबंधित फोरम है उनसे जांच करवा लीजिए दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि डॉ संजीव कुमार ने विधानसभा में इस मांग को उठाया है कि विधानसभा की समिति से जांच करवा ली जाए। जांच होगी जो भी गलत पायेगा उसे उचित सजा मिले पर उसके पहले यह कहना वह दलाल है वह चोर है यह गलत है। यह बयान यह दर्शाता है कि आप किसी भी व्यक्ति के मर्यादा से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पटना जिला क्रिकेट संघ के तदर्थ समिति का सदस्य हूं। इस कमेटी ने बेहतर कार्य की है। पटना जिला के कई प्लेयर बिहार टीम में खेल रहे हैं। कई प्लेयर ऐसे हैं जो आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं पर बिहार टीम में है। उन्होंने तो पैसा नहीं दिया पर कोई कैसे यह कह सकता है गरीब का बेटा बिहार में क्रिकेट खेल नहीं सकता है।
विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा है कि खुद को जय शाह का करीबी बतातें हैं राकेश तिवारी। इस बयान पर रहबर आबदीन ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी का करीबी है तो कहने में क्या है गुरेज हैं। उदाहरण के तौर पर आप देखें अगर मैं विधायक डॉ संजीव कुमार का करीबी हूं तो इसे कहने में किसी को आपत्ति हो सकती है। अगर किसी भी व्यक्ति को इससे मिर्ची लगती है तो लगे। यह सब बेतूका बाते हैं। उन्होंने कहा कि जांच हो, स्वच्छ हो और उसके बाद जो परिणाम निकल कर उसके अनुसार किसी भी व्यक्ति पर टीका-टिप्पणी की जाए तो अच्छा रहता है। उन्होंने पटना जिला क्रिकेट संघ के संबंध में कहा कि अबतक तदर्थ समिति काम कर रही है। चंद दिनों में लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए कमेटी का गठन हो जायेगा। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नई कमेटी गठित हो जाने के बाद पटना में क्रिकेट के विकास की गाड़ी की तेजी देखने लायक होगी।