PATNA:आज यानी 1 मई को पूरी दुनिया मजदूर दिवस डे मना रही है. सभी कामगारों के लिए इस दिन छुट्टी का प्रावधान होता है. मजदूर दिवस पर सीमांचल की जानी-मानी रियल इस्टेट कंपनी पनोरमा ग्रुप की तरफ से वर्करों को सम्मानित किया गया. पनोरमा ग्रुप के सीएमडी संजीव मिश्रा ने अपेन सैकड़ों कर्मियों को मिठाई खिलाकर और उपहार देकर सम्मानित किया. इस मौके पर संजीव मिश्रा ने कहा कि आपसे हम हैं और हमारी कंपनी है.
CMD संजीव मिश्रा ने दी शुभकामनाएं
पनोरमा ग्रुप के सीएमडी संजीव मिश्रा ने अपनी कंपनी के तमाम कर्मचारियों का स्वागत और अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि अपनी मेहनत और पसीने से देश को उंचाईयों पर ले जाने वाले श्रमिक भाइयों को कृतज्ञता अर्पित करते हुए सभी को श्रमिक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें दी.
क्यों मनाया जाता है लेबर डे?
बात है साल 1886 के दशक की उस वक्त अमेरिका में मजदूरों का आंदोलन चल रहा था. मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए हड़ताल करना शुरू कर दिया था. इसका कारण था मजदूरी का समय यानी सामान्य समझने की भाषा में कहें तो मजदूरों को एक दिन में कितना काम करना है. यानी उनके वर्किंग आवर्स कितने हो. अपने अधिकारों के लिए मजदूरों ने हड़ताल करना शुरू कर दिया था. इसका कारण था मजदूरी का समय यानी सामान्य समझने की भाषा में कहें तो मजदूरों को एक दिन में कितना काम करना है. यहां आंदोलन इसलिए हुआ था क्योंकि उस समय मजदूरों को दिन में 15 घंटे काम करना पड़ता था. निश्चित वर्किंग अवर्स की मांग के लिए मजदूरों ने आंदोलन शुरू किया. जिसमें हर आंदोलन की तरह पुलिस ने दखल दिया. और मजदूरों पर गोलीबारी की. जिसमें कई मजदूर की जान गई. तो वहीं बड़ी मात्रा में मजदूर घायल भी हुए. इस आंदोलन से हुआ यह कि मजदूरी की अवधि या यानी वर्किंग अवर्स को 8 घंटे फिक्स कर दिया गया.
भले ही अमेरिका में 1889 के बाद 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाना शुरू कर दिया गया था. लेकिन भारत में मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत साल 1923 में हुई थी. पहली बार चेन्नई में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान ने मजदूर दिवस मनाने का फैसला किया था. और फिर तब से ही 1 में को भारत में भी मजदूर दिवस मनाया जा रहा है.