PATNA: लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के करीब है।कल 1 जून को अंतिम चरण का चुनाव है. इसके बाद चार जून को आने वाले रिजल्ट पर लोगों की नजर रहेगी. इधर, सरकार में महीनों से पड़ी सुस्ती तोड़ने की कोशिश शुरू हो गई है. सरकारी महकमों में अब कामकाज पटरी पर लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार की ओर से हाल ही में एक पत्र विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिवों के साथ ही सचिवों को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें रोजगार और नौकरी से जुड़ी जानकारियां विभागों से तलब की गई हैं।
बिहार सरकार के संबंधित पत्र में विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने विभागों के तहत बीते कुछ वर्षो में जो नौकरी और रोजगार दिए गए हैं उसका विवरण उपलब्ध कराएं। पत्र के साथ एक फार्मेट भी जारी किया गया है, जिसमें विभाग का नाम, नियुक्ति, संविदा नियुक्ति, रोजगार दिए गए तो किस योजना के तहत रोजगार दिए गए, इसका विवरण तलब किया गया है।
नीतीश सरकार के संबंधित पत्र के बाद एक पत्र भवन निर्माण विभाग की ओर से भी जारी किया गया है, जिसमें सभी भवन प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंताओं से प्रमंडलों में कराए जा रहे निर्माण कार्यो में दिए गए रोजगार से संबंधित प्रतिवेदन मांगा गया है। संबंधित जानकारी देने के लिए प्रमंडलों के इंजीनियरों को दो दिन का समय दिया गया है।
कुछ दिनों पूर्व भी इस प्रकार का पत्र सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी किया गया था जिसमें नीतीश सरकार के शासन के शुरुआत से मार्च 2023 के दौरान दिए गए रोजगार और नौकरी का ब्योरा तलब किया गया था।