PATNA: लोकसभा चुनावका बिगुल बज चुका है. बुधवार सेपहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसी बीच नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) को बड़ा झटका लगा है. राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने मंगलवार को पार्टी के सभी पदों के साथ-साथ प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. फातमी जेडीयू से पहले राजद में बड़े नेता थे. वे चार बार सांसद रह चुके हैं. जेडीयू के इस्तीफा देने के बाद उनकी राजद में घरवापसी हो सकती है. खबर है कि राजद उन्हें मधुबनी या दरभंगा से चुनावी मैदान में उतार सकती है.
बता दें, 2019 में राजद से निष्कासित होने के बाद मो. अली अशरफ फातमी ने बसपा के टिकट पर मधुबनी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन अगले ही दिन उन्होंने अपना नाम वापस लेते हुए खुद को बसपा से अलग कर लिया था. इसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हुए थे.जदयू की सदस्यता लेने के दौरान अली अशरफ फातमी ने जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खूब तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार अच्छे इंसान हैं. उनकी योजनाओं से प्रदेश प्रगति कर रहा है. पूरे बिहार के अल्पसंख्यकों को नीतीश कुमार पर भरोसा है. मुख्यमंत्री की योजनाएं अल्पसंख्यकों के लिए लाभकारी हैं. न्याय के साथ राज्य का विकास हो रहा है. बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है.
फातमी ने अब जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह वापस राजद में जा सकते हैं. वह पहले भी राजद के टिकट पर चुनाव जीतते रहे हैं. मोहम्मद अली अशरफ फातमी चार बार दरभंगा से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं.