PATNA:सहरसा इलाके के दबंग पप्पू यादव की पिछले महीने पुलिस हिरासत में मौत हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर गहरे जख्म पाये गये थे। इससे इस बात की पुष्टि हो गई थी कि पुलिस ने पप्पू देव को हिरासत में लेकर काफी पिटाई की। इस वजह से मौत हुई। रिपोर्ट आने के बाद सहरसा पुलिस कटघरे में है। फिर भी नीतीश कुमार की सुशासनकी सरकार जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं सहरसा पुलिस की अजीब सी दलील है कि हार्ट अटैक से पप्पू देव की मौत हुई। दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने व हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग लगतार की जा रही है। इसके बाद भी सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रहे। विपक्षी दल कांग्रेस के नेता लगातार यह सवाल उठा रहे हैं कि पप्पू देव की हार्ट अटैक से नहीं बल्कि पुलिस पिटाई से मौत हुई है।
कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह मंगलवार को पप्पू देव के घर पहुंचे और पत्नी से मुलाकात की। वहां पहुंचकर अखिलेश सिंह ने ऐलान कर दिया कि अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सहरसा में स्वर्गीय पप्पू देव के पैतृक निवास बिहरा गांव पहुंचकर उनकी धर्मपत्नी पूनम देव जी और उनके परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिया। साथ ही भरोसा दिलाया कि जबतक मैं जिंदा हूँ पूनम देव और पप्पू देव के सारे समर्थकों के साथ आजीवन खड़ा रहूँगा । साथ ही पप्पू देव के साथ जो अन्याय हुआ है उसके खिलाफ लडूंगा।
बता दें, 19 दिसंबर को सहरसा पुलिस ने पप्पू देव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अगले दिन सुबह पुलिस हिरासत में उनकी मौत की खबर आई। मौत के बाद पप्पू देव की जो तस्वीर आई वो चौंकाने वाली थी। पूरे शरीर पर जख्म के गहरे निशान थे। निशान देखकर हर कोई कह सकता था कि जमकर पिटाई हुई है। इसके बाद भी पुलिस कहते रही कि भागने के दौरान हार्ट अटैक से पप्पू देव की मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सुशासन की सहरसा पुलिस पूरी तरह से बेपर्द हो गई है। फिर भी सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।