DESK: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घऱ में ही भारी गड़बड़ी हो गई। सीएम के गांव के स्कूल के प्राचार्य की लापरवाही से 32 स्कूडेंट परीक्षा से वंचित रह गये। इसके बाद सरकार सख्त हो गई है।चूंकि मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गांव का है लिहाजा शिक्षा विभाग ने स्कूल के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है।
नालंदा के राजकीय उच्च विद्यालय कल्याण बिगहा, हरनौत के प्राचार्य राजीव कमल को उच्च शिक्षा निदेशालय ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्राचार्य राजीव कमल की लापरवाही से 32 स्टूडेंट इंटर चालू शैक्षणिक सत्र में इंटर परीक्षा वर्ष 2022 से वंचित रह गए हैं। शिक्षा विभाग प्राचार्य के रवैये को गैर जवाबदेहपूर्ण माना है और सख्त कार्यवाही की है। प्राचार्य राजीव कमल पर विभागीय कार्यवाही के आदेश भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने दिया है।
जानकारी है कि उच्च विद्यालय विद्यालय के प्राचार्य राजीव कमल की लापरवाही और मनमानी की वजह से 32 छात्र और छात्राएं परीक्षा 2022 की इंटर परीक्षा से वंचित रह गई हैं। बता दें कि छात्र- छात्राएं, प्राचार्य की लापरवाही की वजह से ऑन लाइन परीक्षा फार्म नहीं भर सके थे, जबकि, इन्होंने परीक्षा फॉर्म भरने के लिए परीक्षा शुल्क भी दे दिया था।जांच में यह साबित हुआ है कि प्राचार्य राजीव कमल ने लापरवाही पूर्ण आचरण करते हुए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इसके लिए वे सीधे तौर पर दोषी हैं, जबकि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस बारे में जरूरी निर्देश भी दिए गए थे।