DESK: मुजफ्फरपुर आईजी ने बड़ी कार्रवाई की गई। दबंगई में एक थानेदार और जमादार को सस्पेंड कर दिया है। थाने पर प्राेफेसर की पिटाई और हाजत में बंद करने के मामले में आईजी पंकज सिन्हा ने नगर थानेदार इंस्पेक्टर अनिल कुमार व एएसआई कुंदन ओझा काे सस्पेंड कर दिया है।
आईजी को शिकायत मिली थी कि प्राेफेसर मायाशंकर झा काे थाने बुलाकर बदसलूकी की गई। शिकायकर्ता के सामने पुलिस ने थप्पर मारा और हाजत में बंद कर दिया। जांच के बाद गुरुवार काे आईजी कार्यालय से नगर थानेदार व एएसआई काे सस्पेंड करने का पत्र जारी हुआ। स्टेशन डायरी में आईजी ने लिखा है कि थानेदार के विरुद्ध काफी शिकायतें मिल रही थीं जाे जांच में प्रथमदृष्टया सत्य प्रतीत हुईं। जांच के दाैरान थाने का सीसीटीवी खराब पाया गया।
बता दें, एक हफ्ते पहले सिकंदरपुर के श्रवण माेदी ने प्राेफेसर के खिलाफ नगर थाने में शिकायत की थी। आराेप लगाया था कि प्राेफेसर उनके घर के सामने अपनी फाेर व्हीलर व किराएदार का ऑटाे लगवाते हैं। वहां पर खड़े होकर असामाजिक तत्व महिलाओं पर फब्तियां कसते हैं। शिकायतकर्ता ने सीसीटीवी फुटेज भी दिखाए थे। पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए प्राेफेसर काे थाने बुला लिया। सूचना मिलने पर प्राेफेसर के बेटा थाने पहुंचे और हाजत में बंद प्राेफेसर का फाेटाे ले लिया।
प्राेफेसर ने इसकी शिकायत तिरहुत रेंज के आईजी से की थी। उधर, थानेदार का कहना था कि श्रवण माेदी की शिकायत के बाद फाेन करने पर आराेपित प्राेफेसर ने बदतमीजी से बात की। फिर प्राेफेसर के एक किराएदार काे पकड़ कर थाने लाया गया ताे वे भी पहुंच गए। दाेनाें से पूछताछ की जाने लगी ताे प्राेफेसर थाने पर भी बदतमीजी करने लगे।
एक खबर यह भी है कि 50 हजार रुपए के इनामी जाली नाेट तस्कर सुधीर कुशवाहा की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने उसे साैंपने के लिए कहा था। लेकिन, नगर थानेदार ने उसे साैंपने के बजाय उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया था। इसकी शिकायत एनआईए ने आईजी से की थी। चर्चा है कि आईजी ने इस मामले काे भी संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की है।
आईजी पंकज सिन्हा ने बताया कि पीड़ित मायाशंकर झा ने बिना प्राथमिकी के हाजत में बंद करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। उसकी जांच की गई। जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाया गया है। उसके बाद नगर थानेदार अनिल कुमार और एएसआई कुंदन कुमार पर कार्रवाई की गई है।