PATNA: लालू के करीबी भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद लालू परिवार का टेंशन काफी बढ़ गया है। राजद सुप्रीमो के हनुमान को सीबीआई द्वारा सात दिनों की रिमांड पर लेने के बाद लालू परिवार सहम सा गया है। भोला यादव लंबे समय से इस परिवार के सबसे बड़े विश्वसनीय और राजदार रहे हैं। यही कारण है कि सीबीआइ के शिकंजा के बाद लालू परिवार मीडिया के सामने आने से बच रहा है। अपने विरोधियों की प्रत्येक बात पर प्रतिक्रिया देने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव मौन हैैं।
सीबीआइ ने भोला को सात दिनों की रिमांड पर ले रखा है। डर है कि इस दौरान अगर भोला यादव ने मुंह खोल दिया तो गिरफ्तारी की अगली बारी किसकी हो सकती है। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले में एक अन्य आरोपी हृदयानंद की गिरफ्तारी से तय माना जा रहा है कि लालू परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। हृदयानंद पर नौकरी के बदले लालू की पांचवी बेटी हेमा यादव को पटना के महुआबाग क्षेत्र में महंगी जमीन देने का आरोप है।
जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी,राज्यसभा सदस्य डा. मीसा भारती एवं लालू की एक अन्य पुत्री हेमा यादव समेत 16 आरोपी हैं. वहीं आईआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव भी आरोपीहैं. आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद ने एक निजी कंपनी को अवैध तरीके से भुवनेश्वर और रांची में रेलवे के होटल चलाने का ठीका दिया था। इसके बदले कंपनी ने पटना में दो एकड़ जमीन दी थी। तेजस्वी इस मामले में जमानत पर हैं। माना जा रहा है कि भोला यादव के पास उस घोटाले की पूरी जानकारी है। राजद को आशंका है कि सीबीआइ के सामने भोला यादव टूट सकते हैं और राज भी खोल सकते हैैं.