DESK: झारखंड की खान व उद्योग सचिव पूजा सिंघल से आज ईडी ने कडी पूछताछ की। सुबह के करीब 11 बजकर 11 मिनट पर पूजा सिंघल की कार ईडी कार्यालय के गेट के पास पहुंची.मीडियाकर्मियों के सवाल पर पूजा सिंघल के मुंह से एक शब्द नहीं निकला। ईडी परिसर में अपनी कार से उतरकर वह सीधे कार्यालय के भीतर चलीं गईं। कार में उनकी दाहिनी तरफ उनके पति अभिषेक झा बैठे थे, वे भी पीछे-पीछे ईडी के दफ्तर में चले गए।
पूछताछ के लिए जाते समय पूजा सिंघल का चेहरा मुरझाया हुआ था। वह बेहद घबराई हुईं थी। लाल बार्डर वाली हरी सलवार-कुर्ती और हाथों में हैंड बैग लिए चश्मा पहने पूजा सिंघल के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ पढ़ी जा सकती थी। उनसे मीडियाकर्मी उनका रिएक्शन पूछते रह गए, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की। पूजा सिंघल के पहुंचने के बाद ईडी कार्यालय के मुख्य दरवाजे को वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बंद कर दिया।
खान एवं उद्योग सचिव पूजा सिंघल से मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने पूछताछ की। देशभर में उनके ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजा था। वह अपने पति अभिषेक झा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 11 मिनट पर ईडी के एयरपोर्ट रोड स्थित दफ्तर पहुंची। वहां पहले से ही उनका चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह ईडी के रिमांड पर है। आइएएस पूजा सिंघल सहित तीनों आरोपितों से ईडी के अधिकारियों ने कई सवाल किए, जिसका पूजा सिंघल ने जवाब भी दिया।
खबर के के मुताबिक उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है। पूजा सिंघल से पूछताछ की शुरूआत खूंटी जिले के बहुचर्चित मनरेगा घोटाला से हुई है। मनरेगा घोटाले के वक्त पूजा सिंघल ही खूंटी की तत्कालीन उपायुक्त थी, तब मनरेगा की योजनाओं में 18.06 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। उन्होंने ईडी के अधिकारियों को बताया कि उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक जांच समिति गठित की थी। जांच समिति ने उन्हें उक्त मामले में क्लीनचिट दे दिया है। उन्होंने बताया कि उस समय भी उन्होंने अपना जवाब दाखिल किया था। उसी जवाब पर आज भी वह कायम हैं।