DESK: सीतामढ़ी के रेड लाइट एरिया में गुरुवार देर शाम पुलिस ने छापेमारी की। रेड में पांच नाबालिग लड़कियों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराया गया है, जबकि पांच युवतियों समेत दो पुरुष दलालों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। सभी से पूछताछ चल रही है। यंहां बड़े-बड़े तहखाने बने थे। जिसके अंदर नाबालिग समेत अन्य लड़कियाें को रखा गया था।
रेडलाइट एरिया में तहखाने जमीन के अंदर बने थे। नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रेडलाइट एरिया में भारी पुलिस फोर्स की घेराबंदी से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान भाग रही लड़कियों व दलालाें को पुलिस ने काबू कर लिया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के मार्गदर्शन में ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर जागरूकता सह प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला के ऐन मौके पर पुलिस की ये रेड पड़ी।
नवंबर, 2021 के बाद सीतामढ़ी रेडलाइट इलाके में यह बड़ी कार्रवाई है। तब पुलिस ने दो लड़कियों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराया था और तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार भी किया था। इससे पहले जुलाई 2021 में भी छह नाबालिग बच्चियों को दलालों के चंगुल से बचाया गया था और 16 महिलाएं तथा आठ पुरुष भी गिरफ्तार हुए थे।
पुलिसकर्मी ग्राहक बनकर वहां रेकी करने पहुंचे थे। पुलिस फोर्स प्रशिक्षु डीएसपी सोनल कुमारी के नेतृत्व में में सिग्नल मिलने के इंतजार में थी। सिग्नल मिलते ही पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर छापेमारी शुरू कर दी। पता चला यहां बड़े-बड़े तहखाने बने थे। जिसके अंदर नाबालिग समेत अन्य लड़कियाें को रखा गया था। ये तहखाने जमीन के अंदर बने थे। बचपन बचाओ आंदोलन, महिला हेल्प लाइन और चाइल्ड लाइन के लोग भी इस छापेमारी में शामिल थे। इस छापेमारी में पांच नाबालिग लड़कियों को यहां से मुक्त कराया गया है। उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेला गया था। कई ग्राहक और महिला दलाल भी यहां से दबोचे गए हैं।