SAHARSA : कोसी के इलाके का डॉन रहे पप्पू देव की हार्ट अटैक से मौत हुई या पुलिस पिटाई से? मौत के बाद जो तस्वीर सामने आई है उससे सुशासन की पुलिस की पोल खुल गई है। पप्पू देव के पैर से लेकर पूरे शऱीर पर पिटाई के गहरे जख्म हैं। पूरे शरीर पर काला-काला धब्बा ये गवाही दे रही है कि पुलिस के दावे में झोल ही झोल है। नीतीश राज में सुशासन की सहरसा पुलिस पर एक नहीं अनेकों गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि मुठभेड़ के दौरान हार्टअटैक से पप्पू देव की मौत हुई. लेकिन पप्पू देव के शरीर पर चोट के निशान कुछ और ही कहानी बयां कर रहे है.
सहरसा पुलिस ने पप्पू देव के मौत की जो कहानी सुनाई उसके अनुसार, 18 दिसंबर की शाम सदर थाना को सूचना प्राप्त हुई थी कि सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सराही में पप्पू देव और उसके कुछ समर्थक जबरदस्ती हथियार से लैस होकर अपने गुर्गों के साथ एक जमीन की घेराबंदी करवाने का प्रयास कर रहा था. पुलिस द्वारा छापामारी की गई तो पप्पू देव और उसके समर्थकों द्वारा पुलिस पर गोलियां चलाई गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस के द्वारा भी आत्म रक्षार्थ फायरिंग की गई. घिरा हुआ देखकर पप्पू देव राइफल लेकर भागने लगा . उसने दीवार से छलांग लगा दी. पुलिस बल के द्वारा उसे उठा कर लाया गया. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद उसने छाती में दर्द होने की शिकायत की तो उसे देर रात 2:05 पर सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. 3:10 पर उसे चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए दूसरे संस्थान में ले जाने की बात कहते हुए रेफर कर दिया. पुलिस के द्वारा तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था की गई तथा उसे दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल या पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने की तैयारियां शुरू की गई. इसी दौरान 4:00 बजे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि मुठभेड़ के दौरान हार्टअटैक से पप्पू देव की मौत हुई. लेकिन पप्पू देव के शरीर पर जो जख्म हैं उसके बारे में सुशासन की तेजतर्रार पुलिस ने कुछ भी नहीं बताया है। आखिर पप्पू देव के शऱीर पर पिटाई का वो गहरा जख्म किसने दिया? क्या इसका जवाब सहरसा पुलिस के पास है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पप्पू देव की हार्ट अटैक से नहीं बल्कि सुनियोजित साजिश कर हत्या की गई है। इसमें एक बड़े लोग का हाथ है। पप्पू देव के समर्थकों का कहना है कि एक ट्रेनी डीएसपी ने पुलिस हिरासत में जमकर पिटाई की जिससे उनकी मौत हो गई। पप्पू देव की मौत के बाद अब शव का मेडिकल बोर्ड पोस्टमार्टम कर रही है। प्रशासन ने मजिस्ट्रेट को नियुक्त कर वीडियोग्राफी कराया है। लेकिन पूरे मामले में पुलिस के दावे में झोल ही झोल है।