मर्डर से पर्दा उठाः देवर-भाभी हत्याकांड का खुलासा, हवस और पैसा था मर्डर की वजह

Brother-in-law murder case revealed, lust and money were the reason for the murder Brother-in-law murder case revealed, lust and money were the reason for the murder
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Edited By - Admin

  • बिहार,
  •  
  • 26 August 2022,
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  • अपडेटेड 08:26 AM IST

MUNGER: मुंगेर में देवर-भाभी दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा का दावा किया है।पुलिस ने हत्या का कारण हवस और लालच बताया है.इस हत्याकांड में शामिल मृतका राशि वारसी के देवर और मृतक मनीष कुमार के भाई श्रवण कुमार को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी मृतका का दूसरा पति शिवपूजन साह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

मुंगेर के नया रामनगर थाना क्षेत्र के कंतपुर गांव में हुए डबल मर्डर का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर लिया है. एसपी जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि 24 अगस्त की सुबह सूचना मिली कि कंतपुर में एक ही घर में दो लोगों की हत्या कर दी गयी. पुलिस टीम वहां पहुंची और राशि वारसी और उसके देवर मनीष का शव बरामद किया. जिसके बाद एसडीपीओ सदर नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में पूरा मामला खुलकर सामने आया. जिसके बाद पुलिस ने श्रवण को गिरफ्तार कर लिया. श्रवण ने स्वीकार किया कि उसने और शिवपूजन ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया

श्रवण ने पुलिस को बताया कि मृतका राशि वारसी की 11 वर्षीय नाबालिग पुत्री पर राशि के दूसरे पति शिवपूजन साह की बुरी नजर थी. 23 अगस्त की रात मनीष ने शिवपूजन को अपनी भतीजी के साथ गलत हरकत करते देख लिया था जिसका उसने विरोध किया. इस बात को लेकर घर में झगड़ा हो गया और राशि ने भी अपने दूसरे पति शिवपूजन का विरोध किया. इसके बाद शिवपूजन ने राशि के देवर श्रवण को विश्वास में लेकर 10 लाख रूपया देने का लालच दिया और दोनों के हत्या योजना बनाई.

अनुसंधान के क्रम में यह तथ्य सामने आया कि मृतका राशि वारसी और उसका मृतक देवर मनीष कुमार एवं एक अन्य देवर श्रवण कुमार तथा मृतका का मौसेरा भाई सह दूसरा पति शिवपूजन चारों मिलकर ठगी का कारोबार करता था. राशि वारसी खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एवं फोटो एडिट कर भोले-भाले लोगों को गुमराह कर रही थी. सचिवालय, होमगार्ड, विधानसभा, बिहार पुलिस सहित अन्य विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूला करते थे. इस कार्य में मृतका राशि का दूसरा पति शिवपूजन, देवर मृतक मनीष एवं गिरफ्तार श्रवण उसका सहयोग करता था. सभी मोटी असामी खोज कर लाते थे और रूपया ऐठते थे. श्रवण ने बताया कि उसे प्रति कंडिडेट 50 हजार रूपया मिलता था. एसपी ने बताया कि शिवपूजन राशि का मौसेरा भाई है.राशि को उसका पति मनोज ने छोड़ दिया था. जिसके बाद मनोज की मां एवं राशि की सास सीता देवी ने शिवपूजन की शादी राशि से करा दिया. जिसके बाद सभी खुशी-खुशी रहने लगे थे.

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