PATNA:सृजन घाेटाले में एक पूर्व डीएम के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। भागलपुर के पूर्व डीएम केपी रमैया समेत नाै आराेपियाें के खिलाफ सीबीआई के स्पेशल काेर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। सीबीआई की ओर से उनलाेगाें काे समन तालिका की रिपाेर्ट दाखिल करने के बाद वारंट जारी किया गया है।
आईएएस अफसर के अलावे जिन लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है उनमें बैंक ऑफ बड़ाैदा के मुख्य प्रबंधक शंकर प्रसाद, शाखा प्रबंधक गाेलक बिहारी पांडा, शाखा प्रबंधक आनंद चंद गगई, अर्जुन दास, इंडियन बैंक के शाखा प्रबंधक सनत कुमार झा, डिप्टी कलेक्टर विजय कुमार और सृजन महिला विकास सहयाेग समिति की सचिव रजनी प्रिया व उनके पति अमित कुमार शामिल हैं।
सरकारी विभागाें के बैंक ऑफ बड़ाैदा और इंडियन बैंक के खाते से करीब 30 कराेड़ रुपए अवैध ढंग से सृजन महिला विकास सहयाेग समिति के खाते में ट्रांसफर करने के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इसके लिए पूर्व में इनलाेगाें के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया था। लेकिन इसके बाद न इनलाेगाें ने सरेंडर किया और न ही काेर्ट में सुनवाई के दाैरान ही हाजिर हुए थे।
बता दें, भागलपुर के पूर्व डीएम केपी रमैया ने 18 दिसंबर 2003 को जिले के सभी बीडीओ, ग्रामीण विकास, पंचायत समिति सदस्य और सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं को चिट्ठी लिखी थी। पत्र में उन्होंने कहा था कि निरीक्षण के दौरान पाया कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड बैंक शाखा के जिला केंद्रीय सहकारिता बैंक भागलपुर से संबद्ध है। जो पूर्व के जिलाधिकारी और उप-विकास अधिकारी द्वारा संपुष्ट है। इसलिए समिति के बैंक में सभी तरह के खाता खोलकर इन्हें प्रोत्साहित किया जा सकता है।
डीएम के 20 दिसंबर 2003 को लिखे पत्र के बाद ही 2004 से जिले के कई बीडीओ ने सृजन के खाते में राशि जमा की गई थी। सबौर ब्लॉक परिसर स्थित ट्राइसेम भवन को भी 2004 में तत्कालीन डीएम के आदेश पर उस वक्त रहे सीओ ने सृजन को लीज पर दे दी थी। उस वक्त सीओ अरुण ठाकुर थे। पूर्व में जिला से सीबीआई काे जानकारी भेजी गई थी। मूल चि