PATNA: बिहार के मुख्य सचिव के फर्जी ओएसडी के नाम पर एक अफसर को परेशान करना दो नेताओं को महंगा पड़ गया। दोनों नेता ओएसडी के नाम पर एसडीओ से मिलने और काम कराने उके चैंबर पहुंचे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि इस बार उनका काम नहीं बल्कि कुटाई होगी। जैसे ही दोनों नेताजी मुख्य सचिव के ओएसडी के नाम पर उनके चैंबर में गए इसके बाद एसडीओ ने चैंबर बंद कर जमकर पीटा। पहले खुद इसके बाद बॉडीगार्ड को लगा दिया। सबने ने मिलकर खूब कुटा, नेताजी हाथ जोड़ते रहे और माफी मांगते रहे. लेकिन अफसर ने एक नहीं सुनी।
नेताजी इस बार अफसर के चंगुल में फंस गए
यह मामला गोपालगंज की है। सदर एसडीओ को परेशान कर रहे दो नेताओं को अफसर ने चेंबर में बंद कर जमकर पीटा. सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार को पिछले 15 दिनों से परेशान करने व मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के ओएसडी के नाम पर धौंस जमाने वाले दो कथित सामाजिक कार्यकर्ता व नेता को एसडीओ से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। शनिवार दोपहर 2:00 बजे जब वे लोग मिलने पहुंचे तो वहां पहले से ही थावे महोत्सव को लेकर बैठक चल रही थी. बैठक के बीच में शहर के रवि रंजन प्रसाद व वसीम अख्तर खान ने मुख्य सचिव के फर्जी ओएसडी खुर्शीद अब्बास का नाम लिखकर पर्ची चपरासी से भिजवाया. पर्ची देखकर एसडीओ ने दोनों नेताओं को बुलवाया. दोनों नेता जब चेंबर में प्रवेश किए तो एसडीओ ने परिचारी को दरवाजा बंद करने और अंगरक्षक बुलाने को कहा.
एसडीओ के इस आदेश के बाद जब तक पदाधिकारी और बैठक में शामिल लोग कुछ समझ पाते, एसडीओ ही दोनों नेताओं की जमकर पिटाई करने लगे. इसके बाद अंग रक्षकों ने कमरे में डंडे से पिटाई की. दोनों नेता हाथ-पैर जोड़ने लगे. अंग रक्षकों ने एसडीओ कक्ष के बाहर बरामदे में भी उनकी पिटाई की. दोनों ने भागकर अपनी जान बचाई. गोपालगंज एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि मुख्य सचिव का ओएसडी बनकर खुर्शीद ये लोग 15 दिनों से मैसेज और मोबाइल से बात करता था. लगातार उसके टेलीफोन आने के बाद जब पता किया तो मुख्य सचिव के ओएसडी ने कभी कॉल ही नहीं किया। उनके नाम पर फर्जी बनकर ब्लैकमेल करना चाहता था.