MOTIHARI: अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के सोमेश्वर नाथ प्लस टू विद्यालय परिसर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन किया गया है .ज्ञान मंच के पांचवे दिन मंगलवार को प्रवचन कर्ता अयोध्या से पधारे हुए आचार्य महंत रामप्रवेश दास जी महाराज ने पूतना वध की कथा सुनाई गई. पूतना अति सुंदर वेश बनाकर भगवान को गोद में उठा लिया, और भगवान को विषयुक्त दूध पिलाने लगी. दूध पिलाते पिलाते भगवान को लेकर उड़ गई , तब भगवान ने पूतना का वध किया.
कथा में माखन चोरी की लीला का वर्णन किया गया .गोपियां भगवान को प्रेम से कन्हैया माखन चोर कह कर बुलाती थी.माखन चोरी करने भगवान घर घर जाया करते हैं.और माखन चोरी के बहाने गोपियों के मनोरथ पूरा करते हैं. भगवान श्रीकृष्ण 5 वर्ष के थे तब गोकुल छोड़कर वृंदावन चले गए. अब वृंदावन में गाय चराने जाया करते थे.आगे बकासुर, वत्सासुर, अघासुर, का वध कर कंश के मनोबल को कम किए.उसके बाद कालिया नाग को नथ कर यमुना से बाहर किए.आगे गोवर्धन पर्वत को उठा कर गोपियों और ग्वाल सभी के रक्षा किए.और गोपियों के साथ महारास की लीला की .महाराज अर्थात जीवन और ब्रह्मा के मिलन की कथा है.आचार्य ने कहा कि भगवत कथा सुनने मात्र से सभी रोगों कष्टों का नाश हो जाता है .मौके पर मंदिर महंत रविशंकर गिरी,श्री प्रकाश सिंह सहित हज़ारों भक्त गण उपस्थित थे .अयोध्या से आये रासलीला मंडली की कृष्ण लीला के झांकियों को देख भक्त झूम उठे .